सुनी थी सिर्फ हमने ग़ज़लों में जुदाई की बातें ;
अब खुद पे बीती तो हक़ीक़त का अंदाज़ा हुआ !!
Main uske haathon ka khilona hi sahi;
kuch der ke liye hi sahi, usne mujhe chaha to hai..
कश्ती है, पुरानी मगर दरिया बदल गया।
मेरी तलाश का भी जरिया बदल गया।
ना शक्ल बदली, ना ही बदला मेरा किरदार,
बस लोगों को देखने का नजरिया बदल गया।
सफलता का कोई पैमाना नहीं होता –
एक गरीब बाप का बेटा बड़ा होकर ऑफिसर बने पिता के लिए यही सफलता है।
जिस इंसान के पास कुछ खाने को ना हो वो सुख पूर्वक 2 वक्त की रोटियां जुटा ले ये भी सफलता है
मुकेश अम्बानी ने पार्टी रखी..सबको एक हॉल में बिठाया गयातभी एक घोषणा हुई ....2 रुपये में अनलिमिटेड ब्रेकफास्ट ....सब लोग खा कर आराम से बैठ गए... वहां दूसरी घोषणा हुई1 रुपये में अनलिमिटेड लंच ....सब लोगों के साथ और लोग भी वहां पहुंचे पूरा हॉल एकदम फुलसब लोगों ने भरपेट खायाशाम को.... वहां तीसरी घोषणा हुई50 पैसे में अनलिमिटेड डिनर ....पूरा गांव आ गया.. सब लोगो ने एक साथ भर पेट खाना खाया...तभी फिरसे घोषणा हुई..25 पैसे में अनलिमिटेड स्वीट डिशबस फिर तो आसपास के गॉवों के लोग भी टूट पड़ेअभी वो खा ही रहे थे .....तभी एक और घोषणा हुईहाजमोला की गोली🕳 99 रुपये मेंअभी लोगों ने गोलिया खरीदी ही थीतभी एक और जबरदस्त घोषणा हुईToilet जाने के 303 रूपये..Jio............ji............. jio