Dil Ki Dahleez Par Rakh Kar Teri Yaadon Ke Chiraag
Humne Duniyan Ko Mohabbat Ke Ujaale Bakhshey
Ek khubsurat khwab ho aap,
Dil ko chhu jane wala ehsaas ho aap,
Apko kya de gulab hum
Gulabo me khubsurat gulab ho aap.
वो मुस्कुरा के मुकरने
की अदा जानता है
मैं भी आदत बदल
लेता तो सुकून में होता
बैंक मैनेजर: ये क्या अजीब सा हस्ताक्षर है?“@/e”संता: ये हस्ताक्षर मेरी दादी के हैं!बैंक मैनेजर: ऐसा अजीब सा हस्ताक्षर? क्या नाम है उनका?संता: जलेबी बाई…
हँसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,हर दर्द के निशान मिटाने लगे हैं हम,अब और कोई ज़ुल्म सताएगा क्या भला,ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।