मुझको ढूंढ लेती है रोज़ एक नए बहाने से
तेरी याद वाक़िफ़ हो गयी है मेरे हर ठिकाने से
सिसक कर पूछती हैमुझसे ये तनहाईय़ाजो बड़े हमदर्द थे तेरेआखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
सिसक कर पूछती है
मुझसे ये तनहाईय़ा
जो बड़े हमदर्द थे तेरे
आखिर वो बेबफाई कैसे कर गये.
स्टाइल तो सिर्फ शौक के
लिए है, वरना लोगो के
लिए मेरी नशीली आँखों
के इशारे ही काफी है!!
पल्स पोलिओ टीम घर आयी…
संता (बीबी से): बंदूक और कारतुस कहाँ हैं…??
टीम भागी,
पीछे से संता ने आवाज दी,
रुको
ओये रुको
ये हमारे बच्चो के नाम हैं.!!
दुनिया में सब चीज मिल जाती है,….
केवल अपनी गलती नहीं मिलती…..