तकदीर के हाथों खुद को में जोड़ना नहीं चाहता,
मेरे दो हाथो का होसला में तोडना नहीं चाहता,
मौसम की तरह बदल जाती ये हाथो की लकीरें,
बंद मुट्ठी मेरी हरगिज़ मैं खोलना नहीं चाहता।
हे ईश्वर… बस एक छोटी सी दुआ है,
जिन लम्हों में, मेरे अपने मुस्कुराते हो…
वो लम्हे कभी ख़त्म न हो…
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..
पेड़ कभी डाली काटने से नहीं सूखता
पेड़ हमेशा जड़ काटने से सूखता है……..
वैसे ही इंसान अपने कर्म से नहीं
बल्कि अपने छोटी सोच और गलत व्यवहार से हारता है……!!
3 Dost The,
Billu=Gullu=Ulloo..Billu=B.S.C Main pad raha hai..Gullu = M.A main pad raha hai.Or Hamara Ulloo : ye Post Padh raha hai.'Haa Haa Haa'Hans mat mere saath bhi aise hi huwa hai chal ab teri baari hai bana subko Ulloo..