तकदीर के हाथों खुद को में जोड़ना नहीं चाहता,
मेरे दो हाथो का होसला में तोडना नहीं चाहता,
मौसम की तरह बदल जाती ये हाथो की लकीरें,
बंद मुट्ठी मेरी हरगिज़ मैं खोलना नहीं चाहता।
लड़का :- मैं तुम्हारे साथ शादी नही कर सकता. घर वाले नही मान रहे.लड़की: तुम्हारे घर में कौन कौन है.लड़का: एक बीवी और 2 बच्चे.
हमे बेवफा बोलने वाले
आज तू भी सुनले,
जिनकी फितरत ‘बेवफा’
होती है,
उनके साथ कब ‘वफा’ होती है!!
निकलो गलियों में बना कर टोली
भिगा दो आज हर एक की झोली
कोई मुस्कुरा दे तो उसे गले लगा लो
वरना निकल लो, लगा के रंग कह के हैप्पी होली
Jb Barish Hoti Hy,
Tum Yaad Aty Ho Jb Kaali Ghaata Chayye,
Tum Yaad Aty Ho, Jb Bheegty Hain Tum Yaad Aty Ho,
Baatao Meri Umbrella Kb Wpis Kro Gy..!!!