हर किसी के नसीब मेँ कहाँ लिखी है चाहतेँ,
कुछ लोग दुनिया मेँ आते है फ़कत तन्हाइयों के लिये॥
उमीद तो हमने ये की थी,
में राँझा तेरा तू मेरी हीर बने,
पर शायद खुद को ये मंज़ूर न था,
की तू मेरी तकदीर बने!
नाकाम मोहब्बतें भी बड़े काम की होती हैं
दिल मिले ना मिले नाम मिल जाता है..!
एडमिन का आधी रात को फ़ोन बजा|फ़ोन एक लड़की का था|एडमिन: hello कौन?लड़की: में तेनु समझावा की, न तेरे बिना लगदा जीएडमिन(खुश होकर): तो मुझसे शादी करोगी?लड़की: इस गाने को अपनी कॉलर ट्यून बनाने के लिए 8 दबाए|
कुछ लम्हे और उसका साथ चाहता था,
आँखों में थमी वो बरसात चाहता था !!
जानता हु बहुत चाहती थी वो,
मगर उसकी जुबान से 1 बार इज़हार चाहता था...!!