टीचर: इतने दिनों से कहां थे?
पप्पू: सर बर्ड फ्लू हो गया था।
टीचर: लेकिन यह तो बर्ड्स को होता है,
तुम्हें कैसे हुआ?
पप्पू (गुस्से में) : आपने इंसान समझा ही कब है?
रोजाना मुर्गा बनाते हो
😝😝😝😝🤣🤣
तय है बदलना, हर चीज बदलती है इस जहां में,
किसी का दिल बदल गया, किसी के दिन बदल गए।
न जाने किस तरह का इश्क कर रहे हैं हम,
जिसके हो नहीं सकते उसी के हो रहे हैं हम।।
उसी का शहर, वही मुद्दई, वही मुंसिफ
हमीं यकीन था, हमारा कुसूर निकलेगा
यकीन न आये तो एक बार पूछ कर देखो
जो हंस रहा है वोह ज़ख्मों से चूर निकलेगा