बीते साल को विदा कुछ इस कदर करते हैं
जो नहीं किया अब तक वो भी कर गुज़रते हैं
नया साल आने की खुशियाँ तो सब मनाते हैं
चलो हम इस बार बीते साल की यादों का जश्न मनाते हैं |
नये साल में गुलाब ढेरों खिलाने हैरोते हुए दोस्त सारे मनाने हैबन्द आँखों में जो चुभ रहे है रेत की तरहपलको को खोलके आशुं सारे गिराने है |” नव वर्ष मुबारक हो ”
Chalo dushman se mulakaat kareNaya saal aaya hai nayi baat kare
Majhab k naam pe kyu danga-fasaad ?Yahi sawalaat aaj har shaks se kare