आज लाखो रुपये बेकार हैवो एक रुपये के सामनेजो माँ स्कूल जाते वक्त देती थी
कौन कहता है माँ का कलेजा दुनिया में सबसे नरम है,मैंने बेटियों की विदाई में अक्सर पिता को टूटते देखा है।
हमसफ़र खूबसूरत नहीं
बल्कि सच्चा होना चाहिए
इंसान हर घर में जन्म लेता है
लेकिन इंसानियत कहीं कहीं ही जन्म लेती है
अज़ीज़ भी वो है, नसीब भी वो है ,
दुनिया की भीड़ में करीब भी वो है
उनकी दुआ से चलती है ज़िन्दगी
क्यों की खुदा भी वो है ,
और तक़दीर भी वो है ..!!
I Love you Papa..