“अपनों को याद करना प्यार हैं,
गैरों का साथ देना संस्कार हैं,
दुश्मनो को माफ करना उपकार हैं,
और आप जैसे दोस्तों को परेसान करना जन्मसिद्ध अधिकार हैं.”
कैसे एक लफ्ज़ में बयां कर दूँ
दिल को किस बात ने उदास किया
ये लम्हा मेरी मोहब्बत से भरा है ,
ये समां मेरी मोहब्बत से भरा है ,
इस गुलाब को सिर्फ गुलाब मत समझना,
और से देखना ये गुलाब मेरी मोहब्बत से भरा है.
हम इस तरह होली के रंग फैलाएंगे
कि सबके संग हम भी रंगों में घुल जाएंगे
इस बार होली का रंग और भी गहरा होगा
क्योंकि दोस्तों के साथ दुश्मन का भी रंग होगा
हैप्पी होली
पुराने शहरों के मंज़र निकलने लगते हैंज़मीं जहाँ भी खुले घर निकलने लगते हैं
मैं खोलता हूँ सदफ़ मोतियों के चक्कर मेंमगर यहाँ भी समन्दर निकलने लगते हैं