Lo Phir Basant Aayi,
Phoolon Pe Rang Layi,
Chalo be Darang,
Lab-e-Aab-e-Zang;
Baje Jal Tarang,
Man Par Umang Chayi;
Lo Phir Basant Aayi!
साहस शील ह्रदय में भर दे
जीवन त्याग तपोमर कर दे
संयम सत्य स्नेह का वर दे
हे वीणा वादिनी, ऐसा आशीर्वाद तू सबके सिर दे
बसंत पंचमी की बधाई
किताबों का साथ हो, पेन पर हाथ हो
कॉपिया आपके पास हो, पढाई दिन रात हो
ज़िंदगी के हर इम्तिहान में आप पास हो
हैप्पी बसंत पंचमी
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है
पतझड बसंत में बदल ही जाता हे
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना
समय कैसा भी गुजर ही जाता है