ना मुस्कुराने को जी चाहता हैं,
ना कुछ खाने-पीने को जी चाहता हैं,
अब ठंड बर्दास्त नही होती,
सब कुछ छोडकर रजाई में घुस जाने को जी चाहता हैं
Pappu: Dekho.. Main Chahe Jaisa Bhi Hoon..
Par Baccha Ek Dum Sunder Hona Chahiye..
Wife: Dekho Ji.. Choice Is Yours.. Baccha Yaa
Toh Sunder Hoga Yaa Aap Ka Hoga
Arj kiya hai
पलट दूँगा सारी दुनिया मैं ए खुदा
बस रजाई में से निकलने की ताकत दे दे
😄😄😄😄😄😄😄😄😄
मिर्ज़ा ग़ालिब:हमें तो अपनों ने लूटागैरो में कहाँ दम थाअपनी कश्ती वहां डूबीजहां पानी कम थाग़ालिब की पत्नी:तुम तो थे ही गधेतुम्हारे भेजे में कहाँ दम थावहां कश्ती लेकर गए ही क्योंजहाँ पानी कम था!!
जब तक जिंदा हूँ मैसेज करता रहूँगा,
जिस दिन ना करूँ समझ लेना...
.
कि अगले दिन करूँगा।
और क्या....मार दो जालिमो अभी मेरी
ऊमर ही क्या हुई है जो मैं मरुँ?
😁😁