इस बरसाती ठण्ड के मौसम में रजाई के अंदर रहना ही श्रेष्ठ कर्म है
और टमाटर की चटनी के साथ पकोड़े, चाय मिलना मोक्ष की प्राप्ति..
हम तो अकेले ही चले थे मंजिले सफर
लड़कियां मिलती रही शादियां होती गई।
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कबीर बेदी
वो पड़ोसन भी आतंकवादी से कम नहीं होती...
जो नई साड़ी ख़रीद कर सीधे आप की बीबी को दिखाने आती है....
पहले लोग मौसम का मजा लेते थे..अब मौसम लोगो का मजा लेने लगा है...
गर्लफ्रेड : अरे जानु कोई फनी शायरी
सुनाओ ना..??
बॉयफ्रेंड - डायन सा चेहरा तेरा
चूडेल सी तेरी मुस्कान है
रंग तेरा देख के…
रूप तेरा देख के..
भेंस भी हैरान है.....😝😝😝😝