एडमिन ने ढाबा खोला..
ग्राहक –
मेरी चाय मै मक्खी डूब कर मरी पड़ी है |
एडमिन –
तो क्या करू?
मै ढाबा चलाऊ या इन्हे तैरना सीखाऊँ |
नीम के पेड़ को अगर दूध और घी से भी सींचा जाये
तो भी नीम का वृक्ष मीठा नहीं हो जाता,
उसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति को कितना भी ज्ञान दे दो
वो अपनी दुष्टता नहीं त्यागता..
कभी शोख हैं,
कभी गुम सी है..
ये बारिशे भी तुम सी है..
पत्नी : फोन पे इतनी धीमी आवाज में किससे बात कर रहे हो ?
पती : बहन है..
पत्नी : तो फिर इतनी धीमी आवाज में किस लिए ?
पती : तेरी है, इस लिए..
Me Tumhe Kismat Ki Lakeeron Se Chura Leta…..
Faqat Ek Bar Tumne Mera Hone Ka Dawa To Kiya Hota…