जब भक्ति भोजन में मिलती है, तो प्रसाद बन जाता है,
जब पानी में मिलती है, तो चरणामृत बन जाता है,
जब घर में मिलती है, तो मंदिर बन जाता है,
जब व्यक्ति में मिल जाता, तो वह भक्त बन जाता है।
उसी का शहर, वही मुद्दई, वही मुंसिफ
हमीं यकीन था, हमारा कुसूर निकलेगा
यकीन न आये तो एक बार पूछ कर देखो
जो हंस रहा है वोह ज़ख्मों से चूर निकलेगा
जिदंगी typing... और emoji के बीच ही उलझ कर रह गयी यार..
मेरे दर्द को भी आह का हक़ हैं,
जैसे तेरे हुस्न को निगाह का हक़ है
मुझे भी एक दिल दिया है भगवान ने
मुझ नादान को भी एक गुनाह का हक़ हैं
लडका भगवान से – मेरे घर से अमेरिका तक रोड बना दो.
भगवान - मुश्किल है, कुछ और मांगो.
.
लडका – तो ऐसी गर्लफ्रेंड दिला दो जो मेरे सिवा और किसी लड़के को ना चाहे.
भगवान - रोड कब से बनाना शुरू करूँ?