छू गया जब कभी ख्याल तेरा,
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में,
और घर देर तक महकता रहा।
इस साल आपके घर खुशियों का हो धमाल,दौलत की ना हो कमी आप हो जाए मालामाल,हस्ते मुस्कुराते रहो ऐसा हो सबका हाल,तहे दिल से मुबारक हो आपको नया साल!!
अपने खिलाफ बाते खामोशी से सुन लो,यकीन मानो वक्त बेहतरीन जवाब देगा।
ऐ बेदर्द… सब आ जातें हैं यूँ ही मेरी ‘ख़ैरियत’ पूछने…अगर तुम भी पूछ लो तो यह ‘नौबत’ ही न आए.