चेहरे पे मेरे जुल्फों को फैलाओ किसी दिन,
क्यूँ रोज गरजते हो बरस जाओ किसी दिन,
खुशबु की तरह गुजरो मेरी दिल की गली से,
फूलों की तरह मुझपे बिखर जाओ किसी दिन।
अरमान ही बरसो तक जला करते है हमेशा ,
इंसान तो इक पल मे खाक हो जाता है !!
तुम समझ लेना बेवफा मुझको, मै तुम्हे मगरूर मान लूँगा
ये वजह अच्छी होगी , एक दूसरे को भूल जाने के लिये
तुझे चाहता रहा मै इस कदर,
के दुनिया व् भुला बैठा,
तेरी एक हसी के बदले,
अपनी ज़िन्दगी भुला बैठा
क्या आपको पता है....❓
😡क्रोध का पूरा खानदान है..😡
क्रोध की एक लाडली बहन है
II ज़िद ॥
क्रोध की पत्नी है
॥ हिंसा II
क्रोध का बडा भाई है
॥ अंहकार ॥
क्रोध का बाप जिससे वह डरता है
॥ भय ॥
क्रोध की बेटिया हैं
॥ निंदा और चुगली ॥
क्रोध का बेटा है
॥ बैर ॥
इस खानदान की नकचडी बहू है
॥ ईर्ष्या॥
क्रोध की पोती है
॥ घृणा ॥
क्रोध की मां है
॥ उपेक्षा ॥
और क्रोध का दादा है
।। द्वेष ।।
तो इस खानदान से हमेशा
दूर रहें और हमेशा खुश रहो।
|||| "ये ही सत्य हैं" |||||