कहा ये किसने कि फूलों से दिल लगाऊं मैं,
अगर तेरा ख्याल ना सोचूं तो मर जाऊं मैं,
माँग ना मुझसे तू हिसाब मेरी मोहब्बत का,
आ जाऊं इम्तिहान पर तो हद्द से गुज़र जाऊं मैं।
फिर से मिले वो आज अजनबी से बनकर,और हमें आज फिर से मोहब्बत हो गई।
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..
इस तरह मिली वो मुझे सालों के बाद,
जैसे हक़ीक़त मिली हो ख़यालों के बाद,
मैं पूछता रहा उस से ख़तायें अपनी,
वो बहुत रोई मेरे सवालों के बाद!!
टीम इंडिया परिवार सात आठ खाने-वाले लोग, अकेला कमाने वाला बाप...ऐसी हालत हो गई है कोहली की। बूढ़ा बाप युवराज, दो पढ़े-लिखे लेकिन बेरोजगार बेटे.... धवन और रोहित शर्मा कर्जा बढ़ाने वाले दो साले... जडेजा और रैना एक धोनी जैसी मां है, जो चार घरों में नियमित काम कर घर का खर्चा संभालती है... नहीं तो यह घर कब का टूट जाता।