टीचर - स्टुडेंट से :- काहें बे कल
स्कुल काहें नही आये रहे ..
स्टुडेंट :- काहें कल जो आए रहे
उनको कलेट्टर बना दिये हो का ?.......
हालात ही ऐसे है कि आँसू छलक आते है,दे कर के लाखो गम, सभी दिल को दुखाते है,मैं आज तलक ना समझ पाया हु मेरे खुदा,मेरे किये अहसानों को सब क्यों भूल जाते है|
GST के विरोध मे हड़ताल कर रहे व्यापारियो को पता होना चाहिए की ,फूफा के रूठने से ब्याह नही रूका करते..
दुःख में इंसान ईश्वर को याद करता है लेकिन सुख में इंसान ईश्वर को भूल जाता है।
अगर सुख में भी इंसान ईश्वर के करीब रहे तो दुःख ही क्यों हो
ऐसी अपनी वाईफ हो,
जींस जिसकी टाईट हो,
चेहरा जिसका व्हाईट हो,
बालों में स्टाईल हो,
होंठों पर स्माइल हो,
इंडिया कि पैदाईश हो,
सास की सेवा जिसकी ख्वाहिश हो,
तो क्या हसीन लाईफ हो।