जो नजरो का हुआ मिलना लब तेरे भी मुस्कुराये थे,ईश्क के हर जूर्म में मेरे तेरी मोहोब्बत के साये थे,मेरी हर रात में सजनी तेरी सेजो के साये थे,रात को ख्वाब में मेरे ख्वाब तेरे मिलने आये थे।
इस कदर हम उनकी मुहब्बत में खो गए,कि एक नज़र देखा और बस उन्हीं के हम हो गए,आँख खुली तो अँधेरा था देखा एक सपना था,आँख बंद की और उन्हीं सपनो में फिर सो गए!
हम अपनों से खफ़ा हो नहीं सकते,प्यार के रिश्ते बेवफा हो नहीं सकते,तुम हमें भुला कर भले ही सो जाओ,हम तुम्हे याद किये बिना सो नहीं सकते.
एक जैसे दोस्त सारे नही होते,कुछ हमारे होकर भी हमारे नहीं होते,आपसे दोस्ती करने के बाद महसूस हुआ,कौन कहता है ‘तारे ज़मीं पर’नहीं होते.