"अगर बसंती की मौसी,
ठाकुर को राखी बांधे तो
बसंती और ठाकुर का क्या रिश्ता हुआ ?
.
अपना-अपना काम करो
कोई रिश्ता नहीं बनता;
क्योंकि ठाकुर के हाथ ही नहीं थे."
😍😀😂😊😜
धैर्य हमेशा आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएगा,
लगन आपको मंजिल तक अवश्य पहुंचाएगा,
मूल्यवान है ज़िन्दगी का हर लमहा,
इसे व्यतीत न करें बल्कि जी भर के जियें।
दैनिक भास्कर बहुत अच्छा अखबार है कचोरी का पूरा तेल सोख लेता है|
अस्पताल से डिस्चार्ज होते वक़्त अगर डॉ या नर्स से इश्क़ ना हुआ तो,;;;;;लल्ला उस अस्पताल को सरकारी कहते हैं...
जब हम गलत होते हैं,
तो समझौता चाहते हैं
और दूसरे गलत होते हैं...तो
हम न्याय चाहते हैं।
भूल होना प्रकृति है,
मान लेना संस्कृति है,
और सुधार लेना प्रगति है।
सुप्रभात