तुझे याद कर लूं तो मिल जाता है
सुकून दिल को...
मेरे गमों का इलाज
भी कितना सस्ता है..
तालीम नहीं दी जाती
परिंदो को उड़ानों की……..
वह तो खुद ही समझ
जाते हैं उच्चै आसमानो की…
दिल में क्या फूल खिला करते थे,
अपना घर सजाने की खातिर,
हम उसका नाम लिखा करते थे,
कल उसे देखा तो याद आया
हम भी कभी मोहब्बत किया करते थे!!
खन खना खन है ख्यालों मेंजरुर आज उसने कंगन पहने होंगे
आ बिछड़ने का कोई और तरीका ढूंढें
प्यार बढ़ता है मेरी जां खफा रहने से