"अगर बसंती की मौसी,
ठाकुर को राखी बांधे तो
बसंती और ठाकुर का क्या रिश्ता हुआ ?
.
अपना-अपना काम करो
कोई रिश्ता नहीं बनता;
क्योंकि ठाकुर के हाथ ही नहीं थे."
😍😀😂😊😜
मैं अगर चाहु भी तो शायद ना लिख सकूं उन लफ़्ज़ों को
जिन्हे पढ़ कर तुम समझ सको की मुझे तुम से कितनी मोहब्बत है..!!
दूसरों की मानोगे तो मुझे
बुरा ही पाओगे, लेकिन
खुद मिलोगे तो वादा रहा,
मुस्कुरा कर जाओगे...!!
पता है तुम्हारी और हमारी
मुस्कान में फ़र्क क्या है?
तुम खुश हो कर मुस्कुराते हो,
हम तुम्हे खुश देख के मुस्कुराते हैं…