ना गिन कर दिया
ना तोल कर दिया,
जब भी दिया
शेरोंवाली माँ ने,
दिल खोल कर दिया…
जय शेरोंवाली माँ
लोगों ने कुछ दिया
तो सुनाया भी बहुत है,
हे माँ दुर्गे !
एक तेरा ही दर है
जहाँ मुझे कभी ताना नहीं मिला
Diye Hain Zindagi Ne Zaḳhm Aise;Ki Jin Ka Waqt Bhi Marham Nahin Hai!
हवाओं के साथ अरमान भेजा है
नेटवर्क के जरिए पैगाम भेजा है
फुर्सत मिले तो काबुल कर लेना
हमने आपको सबसे पहले
🌺 नवरात्रि🌺
🐚🐚का पैगाम भेजा है 🐚🐚