हे नारी तू सीता के मन में समाई;
तू राधा के मन में समाई;
साधू संत जिसे स्वर्ग कहते;
तू धरती पर वही मुक्ति है।
महिला दिवस मुबारक हो!
‘S’weet‘I’nnocent‘S’imple‘T’ouchingand‘E’motional‘R’elationship.This Defines the ‘BANDHAN’ with Our Sister.Happy Raksha Bandhan
सपनों की दुनिया में हम खोते चले गए, मदहोश न थे पर मदहोश होते चले गए, ना जाने क्या बात थी उस चेहरे में, ना चाहते हुए भी उसके होते चले गए।
कुछ लोग ज़िन्दगी होते हैं,
कुछ लोग ज़िन्दगी में होते हैं,
कुछ लोगों से ज़िन्दगी होती है,
पर कुछ लोग होते हैं, तो ज़िन्दगी होती है।
हमने चाहा था जिसे उसे दिल से भुलाया न गया,
जख्म अपने दिल का लोगों से छुपाया न गया,
बेवफाई के बाद भी प्यार करता है दिल उनसे,
कि बेवफाई का इल्ज़ाम भी उस पर लगाया न गया।