मुस्कराकर, दर्द भुलाकर,
रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी,
हर पग को रोशन करने वाली,
वो शक्ति हैं एक नारी।
महिला दिवस की शुभकामनायें!
इतिहास के टीचर ने छात्र से पुछा:
बताओ अकबर का जन्म कब हुआ..??
.
जवाब सुनते ही टीचर बेहोश हो गया
सर,, मैं तो स्कूल में पढ़ने आता हूँ,,
"डिलेवरी" थोड़ी कराता फिरता हूँ !!
जब भी तुम्हें बाहों में लेता हुऔर तुम जाने की बात करती हो,तो दिल से एक ही आवाज़ आती हैं,”अभी ना जाओ छोड़ कर के दिल अभी भरा नहीं"…!!
है एक रंग नया सा, रूप नया सादिल में है आज एहसास नया सा
नयी चाहते हैं और नयी उमंगेंमन में है एक ख्वाब नया सा
नयी है साल, नया हैं दिनरखो अंदाज़ ऐसे जीने का प्यारा सा
नया साल मुबारक हो