मेरे एक पडोसी है, जिनका नाम है 'भगवान'
और उनकी लड़की का नाम है भक्ति।
मम्मी बोलती है कि, 'बेटा भगवान की भक्ति में मन लगाया कर 'अब मम्मी को कैसे समझाऊ की भक्ति में तो मन लगाता हुँ, पर भगवान नहीं मान रहे…
जब भी करीब आता हूँ बताने के लिये,जिंदगी दूर रखती हैं सताने के लिये,महफ़िलों की शान न समझना मुझे,मैं तो अक्सर हँसता हूँ गम छुपाने के लिये।
वो साथ थी तो मानो जन्नत थी जिंदगी दोस्तों,
अब तो हर सांस जिंदा रहने कि वजह पूछती है।
Magar
rani sirf badsah ki hi hoti haii..
हर रिश्ते में विश्वास रहने दो;
जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो;
यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का;
न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो।