रमेश: इतना क्या सोच रहा है?
सुरेश: कल रात को आंधी में एक टी-शर्ट मेरे घर आकर गिर गई।
रमेश: ...तो इसमें क्या हुआ?
सुरेश: सोच रहा हूं कि पैंट ले लूं या फिर एक और आंधी का इंतजार करूं?
वैलेंटाइन डे के पहले दिन गिफ्ट शॉप पर वकील साहब मिल गए.
वो 40 कार्ड ले रहे थे । सब पर उन्होंने भेजने वाले की जगह लिखा-
तुम्हारी जान!! पहचान गए ना ? शाम को मिलो। लव यू ।
पूछने पर बताया- पिछले वैलेंटाइन डे पर आस पास की कालोनी में ऐसे ही 20 कार्ड भेजे थे.
कुछ ही दिन में तलाक के चार केस मिल गए थे । इस बार 40 कार्ड भेज रहा हूँ ।
धन्धे में सब जायज है ।
स्मार्ट वकील!
हम तो अकेले ही चले थे मंजिले सफर
लड़कियां मिलती रही शादियां होती गई।
..
कबीर बेदी
पत्नि मायके से वापिस आयी,,, 😊 😊
पति दरवाजा खोलते हुये जोर जोर से हसने लगा,,,, 😀😀😁😂
पत्नि,,, ऐसे क्यो हसं रहे हो 😯,,!!!!
पति,,,, गुरूजी ने कहा था कि जब भी मुसीबत सामने आये उसका सामना हंसते हुये करो 😐😐😐😐😐😐
संता – यार मैं घरवालों से बड़ा परेशान हूँ
बंता -क्यों ?
संता – अरे उनको घड़ी में टाइम तक देखना नहीं आता
बंता – मतलब ?
संता – सुबह- सुबह मुझे जबरदस्ती उठा देते हैं
और बोलते हैं –
“उठ जा, देख कितना टाइम हो गया”