हर विश्वास में विश्वास रहने दो,
जुबान पर मिठास रहने दो,
यही तो अंदाज़ है ज़िन्दगी का,
ना खुद रहो उदास, ना दूसरों को रहने दो…
आकाश से ऊँचा कौन – पिता
धरती से बड़ा कौन – माता
बात वफ़ाओ की होती, तो कभी न हारते,
बात नसीब की थी, कुछ ना कर सके।
जिनका कद ऊँचा होता है
वो दूसरों से झुक कर ही बात करते हैं