तेरी मोहब्बत को तो पलकों पर सजायेंगे;
मर कर भी हर रस्म हम निभायेंगे;
देने को तो कुछ भी नहीं है मेरे पास;
मगर तेरी ख़ुशी मांगने हम खुदा तक भी जायेंगे।
अकड़ती Hi जा रही है गर्दन Ki नसे Aaj तक Sikha ही नही हुनर सर झुकाने Ka
नींद सोती रहती है हमारे बिस्तर पे,और हम टहलते रहते हैं तेरी यादों में।
Kaanton Se Nibana Aadath Si Ho Gayi Hai,
Yeh Gham Sehne Ki Ab Aadat Si Ho Gayi Hai,
Phoolon Se Darr Lagtha Hai Humme,
Yaadon Mein Bhatakne Ki Aadath Si Ho Gayi Hai…!!!
जिद में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।
Tu Shaq Na Kar Mere Jazbato Pe,
Tere Sath Hi Zindagi Meri Khubsurat Hai,
Jitni Ehmiyat Hai Pani Ki Marte Insan K Liye,
Bus Utni Hi Muje Teri Zarurat Hai...