अजीब हाल मे पहुंच गई है ज़िन्दगी , अब न कोई अजनबी रहा न कोई अपना!!
मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख,
मुझसे भी बुरे हैं लोग तू घर से निकलकर देख…!
मैंने ज़माने के एक बीते दोर को देखा है
दिल के सुकून को और गलियों के शोर को देखा है
मैं जानता हूँ की कैसे बदल जाते हैं इन्सान अक्सर
मैंने कई बार अपने अंदर किसी ओर को देखा है।
लड़कियाँ भी लड़कों को
लाइन मरती है लेकिन
डरपोक होने के कारण बेचारी
प्रपोज़ नहीं कर पाती
😄😄😄😄
एक तू तेरी आवाज़ याद आएगी,
तेरी कही हुई हर बात याद आएगी,
दिन ढल जाएगा रात याद आएगी,
हर लम्हा पहली मुलाकात याद आएगी!!