पत्नी -पिछली बार आपने मेरे जन्मदिन पर
लोहे का पलंग बनबाया था,इस बार क्या
इरादा है?
पति-उसमे करंट छोड़ने का
परेशानी का कोई पैमाना नही होता"साहब"..कुछ लोग तो यही सोचकर परेशान रहते हैये सामने वाला दिनभर मोबाइल में करता क्या है!
ये वक्त की नजाकत हैबदलते दौर की मजबूरी है।लड़के को पराठेऔरलड़की को कराटेसिखाना बहुत जरूरी है।आत्म -निर्भर बनो.
संता – दुनिया में सबसे ज्यादा हिम्मत वाला आदमी कौन है?
बंता – धोबी
संता – कैसे ?
बंता – किसी के भी घर में जाके बोल देता है कि-
जल्दी से कपड़े निकाल लो,
मैं लेने आ रहा हूँ
इस बरसाती ठण्ड के मौसम में रजाई के अंदर रहना ही श्रेष्ठ कर्म है
और टमाटर की चटनी के साथ पकोड़े, चाय मिलना मोक्ष की प्राप्ति..