मौसम की नजाकत है
हसरतों ने पुकारा है
कैसे कहे की कितना याद करते है
यह संदेश उसी याद का एक इशारा है
बसंत पंचमी की शुभकामनाएं
साहस शील ह्रदय में भर दे
जीवन त्याग तपोमर कर दे
संयम सत्य स्नेह का वर दे
हे वीणा वादिनी, ऐसा आशीर्वाद तू सबके सिर दे
बसंत पंचमी की बधाई
सूरज हर शाम को ढल ही जाता है ,
पतझड बसंत में बदल ही जाता हे ,
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना
समय कैसा भी गुजर ही जाता है…
वीणा लेकर हाथ में, सरस्वती हो आपके साथ में
मिले मां आर्शीवाद आपको हर दिन, हर वार
हो मुबारक बसंत पंचमी का त्यौहार
बंसत पंचमी की शुभकामनाएं।
बहारो में बहार बसंत
मीठा मौसम मीठी उमंग
रंग बिरंगी उड़ती आकाश में पतंग
तुम साथ हो तो है इस ज़िंदगी का और ही रंग
हैप्पी बसंत पंचमी