मंदिर की घंटी, आरती की थाली
नदी के किनारे सूरज की लाली
ज़िन्दगी में आये खुशियों की बहार
आपको मुबारक हो छठ का त्यौहार
मन छोड़ व्यर्थ की चिंता तू शिवका नाम लिये जाशिव अपना काम करेंगे तू अपना काम किये जाशिव शिव शिव ऊँ: नम: शिवाय
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
अच्छाई और बुराई दोनों हमारे अंदर हैं
जिसका अधिक प्रयोग करोगे वो उभरती व निखरती जायगी
धागा एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने पर भी गाँठ पड़ ही जाती है
उसी तरह रिश्ते एक बार टूट जाये तो फिर से जोड़ने में एक गाँठ बन ही जाती है