रुके तो चांद जैसी है,
चले तो हवाओं जैसी है,
वह माही है
जो धूप में भी छांव जैसी है!
हैप्पी मदर्स डे
सपनो से दिल लगाने की आदत नहीं रही,
हर वक्त मुस्कुराने की आदत नहीं रही,
ये सोच के की कोई मनाने नहीं आएगा,
हमें रूठ जाने की आदत नहीं रही |
Kalyug he mere dost
Etna viswas mat rakh
Log jeb me namak liye ghumte hai
Apne ghav khule mat rakh..
दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया,
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया,
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे,
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया.
कैसे एक लफ्ज़ में बयां कर दूँ
दिल को किस बात ने उदास किया