Meri mummy ko bulaa de koi,
Warna mujhko hi sulaa de koi,
Mujhko ko bistar ki adat hi nahi,
Apni godi mein jhulaa de koi,
Shayad aa jayen woh rona sunkar,
Mujhko bewajah rulaa de koi,
Maine kayi roz se nahi khaya,
Uss mohabbat se khila de koi,
Mujko khwahish nhi mile duniya
Mujko meri mummy se mila de koi.
तू वाकिफ़ नहीं मेरी दीवानगी से…
जिद्द पर आऊँ तो..ख़ुदा भी ढूंढ लूँ …
बड़ी गरज से चाहा है तुझे
बड़ी दुआओं से पाया है तुझे
तुझे भूलने की सोचूं भी तो कैसे
किस्मत की लकीरों से चुराया तुझे
उठाये जो हाथ उन्हें मांगने के लिए,
किस्मत ने कहा, अपनी औकात में रहो।
ठण्ड में वादा नही करते कि दोस्ती निभायेंगे,
जरूरत पड़ी तो सब कुछ ले लो,
पर रजाई न दे पायेंगे....