खींचता था आड़ी टेढ़ी लकीरे
आपने मुझे कलम चलाना सिखाया
ज्ञान का दीप जला मन में
मेरे ज्ञान के तमस को मिटाया
होता है होश तो तुम नही रहतेहोते हो तुम तो होश नही रहता !!
होता है होश तो तुम नही रहते
होते हो तुम तो होश नही रहता !!