एक दो तीन चार.. गणपति की जय जय कार
पांच छे सात हाथ.. गणपति है सबके साथ।।
ना जाने क्यों कोसते हैं लोग बदसूरती को…बर्बाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते हैं….!!
कितने मूर्ख हैं
हम भगवान के बनाए फलों को भगवान को ही अर्पण करके धन दौलत माँगने लगते हैं
विश्वास रखो उस भगवान् पे
कभी ज्यादा मांगो नहीं
कम वो कभी देगा नहीं
मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मांगना क्योकि…
मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का..!!