याद है हमें हमारा वो बचपन,
वो लड़ना, वो झगड़ना और वो मना लेना,
यही होता है भाई-बहन का प्यार,
और इस प्यार को बढ़ाने आ रहा है
रक्षाबंधन का त्योहार।
आज हम भी एक नेक काम कर आए,
दिल की वसीयत किसी के नाम कर आए,
प्यार हैं उनसे ये जानते हैं वो……,
मज़बूरी थी जो झुकी नज़रों से इनकार कर आए
छुपा लूं तुझको अपनी बाँहों में इस तरह,
कि हवा भी गुजरने की इजाज़त मांगे,
मदहोश हो जाऊं तेरे प्यार में इस तरह,
कि होश भी आने की इजाज़त मांगे।
हर सुबह आपको असल दें, हर फूल आपको मुस्कान दें,
हाँ दुआ करते हैं कि खुदा आपको नए सवेरे के साथ,
कामयाबी का नया आस्मां दे….
Bharam Rakho Mohabbat Ka
Wafa Ki Shaan Ban Jao,
Kisi Par Jaan De Do Ya
Kisi Ki Jaan Ban Jao,
Tumhare Naam Se Mujhko
Pukaare Yeh Jahan Wale,
Main Ban Jayun Afsaana
Aur Tum Unwaan Ban Jaao.