Na koi Hindu hai
Na koi Musalman hai
sabhi Manusya hai
sabhi saamaan hai
बिना कुछ किये ज़िन्दगी गुज़ार देने से कहीं अच्छा है
ज़िन्दगी को गलतियां करते गुज़ार देना
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!