निकल आया चाँद बिखर गए सितारे, सो गए पंछी सो गए नज़ारे,खो जाओ तुम भी मीठे ख्वाबो में, और देखो रात में सपने प्यारे प्यारे…Good Night!
अँधेरा चाहे कितना भी घना हो लेकिन
एक छोटा सा दीपक अँधेरे को चीरकर प्रकाश फैला देता है
वैसे ही जीवन में चाहे कितना भी अँधेरा हो जाये
विवेक रूपी प्रकाश अन्धकार को मिटा देता है
Hum toh fanaah ho gaye uski ankhen dekh kar Ghalib,Na jane woh Aaina kaise dekhte honge.
संकट के समय धैर्य धारण करना
मानो आधी लड़ाई जीत लेना है
किस लोभ से “किसान” आज भी, लेते नही विश्राम हैं,
घनघोर वर्षा में भी करते निरंतर काम हैं
शिक्षा के प्रति प्रत्येक किसान को जागरूक होना चाहिए तभी उनका जीवन बेहतर हो सकता हैं.