घनिष्ठता में दुसरे के साथ बंधने की ताकत होती है.
परिश्रम वह चाबी है
जो सौभाग्य के द्वार खोलती है
“लोग क्या कहेंगे”- ये बात इंसान को आगे नहीं बढ़ने देती
इच्छाओं को थोड़ा घटाकर देखिए
आपको खुशियों का संसार नज़र आएगा
एक दुआ मंगाते हैं हम अपने भगवान् से,
चाहते हैं आपकी ख़ुशी पुरे ईमान से,
सब हसरतें पूरी हो आपकी,
और आप मुस्कुराएँ दिलों जान से।