है जिंदगी माना दर्द भरी;
फिर भी इसमें ये राहत है;
कि मैं हूँ तेरा और तू है मेरी;
काश यूंहीं रहें हम, ये चाहत अब भी है।
सालगिरह मुबारक।
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
मदद करना सीखिये
फायदे के बगैर
मिलना जुलना सीखिये
मतलब के बगैर
जिन्दगी जीना सीखिये
दिखावे के बगैर
और
मुस्कुराना सीखिये
सेल्फी के बगैर!
नीम के पेड़ को अगर दूध और घी से भी सींचा जाये
तो भी नीम का वृक्ष मीठा नहीं हो जाता,
उसी प्रकार दुष्ट व्यक्ति को कितना भी ज्ञान दे दो
वो अपनी दुष्टता नहीं त्यागता..
हर विश्वास में विश्वास रहने दो,
जुबान पर मिठास रहने दो,
यही तो अंदाज़ है ज़िन्दगी का,
ना खुद रहो उदास, ना दूसरों को रहने दो…