जब खामोश निगाहों से बात होती है,
तो ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
हमतो बस खोये ही रहतें हैं उनके ख्यालों में,
पता ही नही चलता कब दिन कब रात होती है।
दोस्तों रात्री का समय सबसे अच्छा समय होता है हम सभी के लिए क्यूंकि दिन भर की दौड़ धुप के बाद एक रात्रि का ही वक़्त होता है जब हम शांति से बैठते है और सभी दिक्कतों परेशानियों को भूल कर एक सुन्दर और नई सुबह का इंतज़ार में सो जाते हैं.
ये दबदबा,ये हुकुमत,ये नशा, ये दौलतें………
सब किरायदार है, घर बदलते रहते हैं……
तबाह होकर भी तबाही दिखती नही,ये इश्क़ है इसकी दवा कहीं बिकती नहीं।
शायर तो हम
“दिल” से है….
कमबख्त “दिमाग” ने
व्यापारी बना दिया.