हाल तुझे मैं अपना बताऊँ कैसे,
चीर के दिल तुझे अपना दिखाऊँ कैसे,
है रोना वही हमेशा का अभी भी,
दास्ताँ मैं अपनी फिर दोहराऊँ कैसे,
ग़म की अपनी बातें तुझे सुनाऊँ कैसे,
मेरी ख़ामोशी में ही तेरी मोहब्बत है,
अपने इन लब्ज़ों को मैं हिलाऊं कैसे ||
लाखों तूफान उठे है इस दिल में
तुजे देखने के बाद
काश
जुल्फों की काली घटाओं से ढक पाऊ
ये चाँद सा चेहरा तेरा
इस दिल को अगर तेरा एहसास नही होता,
तू दूर भी रह कर के यूँ पास नही होता,
इस दिल ने तेरी चाहत कुछ ऐसे बसा ली है,
एक लम्हा भी तुझ बिन कुछ खास नही होता!!
तेरा प्यार मेरी जिंदगी मेंबहार ले कर आया है,तेरे आने से पहले हर दिनपतझड़ हुआ करता था।
तेरा प्यार मेरी जिंदगी में
बहार ले कर आया है,
तेरे आने से पहले हर दिन
पतझड़ हुआ करता था।
उन को चाहना मेरी मोहब्बत है उन्हें कह न पाना मेरी मजबूरी है वो खुद क्यों नही समझता मेरे दिल की बात को क्या प्यार का इज़हार करना ज़रूरी है