तूने रुख से पर्दा क्या हटाया,
बेईमान दिल मुँह को होने लगा,
शर्मा कर तारें भी हैं छिपने लगे,
महताब बादलों से जो निकलने लगा !!
तेरा प्यार मेरी जिंदगी में
बहार ले कर आया है,
तेरे आने से पहले हर दिन
पतझड़ हुआ करता था।
तेरा प्यार मेरी जिंदगी मेंबहार ले कर आया है,तेरे आने से पहले हर दिनपतझड़ हुआ करता था।
चुपके से आकर इस दिल में उतर जाते हो,सांसों में मेरी खुशबु बन के बिखर जाते हो,कुछ यूँ चला है तेरे ‘इश्क’ का जादू,सोते-जागते तुम ही तुम नज़र आते हो।
धोखा ना देना कि तुझपे ऐतबार बहुत है,
ये दिल तेरी चाहत का तलबगार बहुत है,
तेरी सूरत ना दिखे तो दिखाई कुछ नहीं देता,
हम क्या करें कि तुझसे हमें प्यार बहुत है।