राधा कृष्णा का मिलन तो बस एक बहाना था,
दुनिया को प्यार का सही मतलब जो समझाना था |
बैंक मैनेजर:
कैश खत्म हो गया है कल आना
संता:
लेकिन मुझे मेरे पैसे अभी चाहिये
मैनेजर:
देखिये आप गुस्सा मत करिये,
शांति से बात कीजिये..
ठीक है बुलाओ शांति को,
आज उसी से बात करूँगा !
ये सिलसिला क्या यूँ ही चलता रहेगा,
सियासत अपनी चालों से कब तक किसान को छलता रहेगा.
बलबुध्धि विद्या देहू मोहि
सुनहु सरस्वती मातु
राम सागर अधम को
आश्रय तूही देदातु!!
ना जाने क्यों कोसते हैं लोग बदसूरती को…बर्बाद करने वाले तो हसीन चेहरे होते हैं….!!