ऊपर जिसका अंत नहीं उसे आसमां कहते है, इस जहाँ में जिसका अंत नहीं उसे माँ कहते हैं।
गुस्सा करना अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा ही है –
क्यूंकि आप जिसपे गुस्सा करते हैं उससे ज्यादा आपका खुद का नुकसान हो जाता है
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
सफलता का कोई पैमाना नहीं होता –
एक गरीब बाप का बेटा बड़ा होकर ऑफिसर बने पिता के लिए यही सफलता है।
जिस इंसान के पास कुछ खाने को ना हो वो सुख पूर्वक 2 वक्त की रोटियां जुटा ले ये भी सफलता है
इंसान अच्छा या बुरा नहीं होता
बस वक्त अच्छा और बुरा होता है