जब भी मुझे याद तुम्हारी आती है ,
लबो पे मेरे बस यही फ़रियाद आती है
ज़िन्दगी में खुदा हर ख़ुशी दे तुम्हे ,
हमारी तो हर ख़ुशी आपकी ख़ुशी के बाद आती है
घमंड ही नहीं गुरुर है अपने किसान होने का।
बढ़ रही हैं कीमते अनाज की,
पर हो न सकी विदा बेटी किसान की
मीठी जुबान, अच्छी आदतें,
अच्छा व्यवहार और अच्छे लोग, हमेशा सम्मानित होते हैं।
दांतों को आराम देकर देखिए आपका स्वास्थ्य सुधर जाएगा
जिव्हा पर विराम लगा कर देखिए आपका क्लेश का कारवाँ गुज़र जाएगा
इसी कशमकश में गुजर जाता है दिन
कि तुमसे बात करूं
या तुम्हारी बात करूं