God is one, but he has innumerable forms. He is the creator of all and He himself takes the human form.
हम क्या कर चुके हैं
इससे ज्यादा महत्वपूर्ण ये है
कि अभी क्या करना बाकि है
– मैरी क्यूरी
हाथ में घडी कोई भी हो, लेकिन वक़्त अपना होना चाहिए
“ज़िंदगी” की “तपिश” को
“सहन” कीजिए “जनाब”,
अक्सर वे “पौधे” “मुरझा” जाते हैं,
जिनकी “परवरिश” “छाया” में होती हैं…
Humne to khud se inteqam lia ,
Tumne kya soch kar humse mohabbat ki?