बेशक मेरे नजदीक मौत कामयाबी के सिवा कुछ नहीं है
और जालिम के साथ ज़िन्दगी गुजारना
जिल्लत के सिवा कुछ नहीं है
अहंकार” और “संस्कार” में फ़र्क़ है…
“अहंकार” दूसरों को झुकाकर कर खुश होता है,
“संस्कार” स्वयं झुककर खुश होता है..!
ज्ञानी इंसान कभी घमण्ड नहीं करता
और जिसे घमंड होता है ज्ञान उससे कोसों दूर रहता है
हर पल में प्यार है हर लम्हे में ख़ुशी है,खो दो तो याद है जी लो तो ज़िन्दगी है।
अब ये हसरत है कि सीने से लगाकर तुझको
इस क़दर रोऊँ की आंसू आ जाये